Breakingएक्सक्लूसिवबिहार

सुपौल सुशासन बाबू के राज में खाद की किल्लत से किसान परेशान। ठंढी रात में सोने को मजबूर।

Spread the love

 

रिपोर्ट:-बलराम कुमार सुपौल बिहार।

एंकर:-मामला सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय मुख्यालय स्थित बिस्कोमान में खाद की किल्लत के कारण ठंड में रात गुजारकर सुबह लाईन में जल्दी लगकर खाद लेने को किसान मजबूर।
महिला किसानो ने बताया की हमलोगों को खाद की कमी रहने के कारण खाद की हो रही मारामारी से परेशान हैं।
खाद की लगातार कमी रहने के कारण समय से खेत का बोआई नहीं कर पा रही हूँ।
खाद के लिए हर जगह लगातार लम्बी कतार देखने को मिल रही है।
खाद के लिए लंबी लाईन देखकर हमलोग घर बार,बाल बच्चों, को छोड़कर भूखी प्यासी,इस कंपकपाती ठंढ़ में रात गुजारने को मजबूर हैं।
क्योंकि हमलोग इसलिए कंपकपाती ठंढ़ में रात गुजार रहे की सुबह लाइन में पहला नम्बर आए ताकि खाद आसानी से मिल सके।
रात्रि गुजारने के लिए हमलोग दूसरों का पुआल चुराकर लाते हैं।
जिसे आग जलाकर ठंढ़ को कम करने और किसी तरह रात गुजारने को मजबूर हैं।
वहीं पुरुष किसानों ने बताया की बिस्कोमान में इतनी लम्बी लम्बी लाइन की कतार लगती है की नम्बर आते आते समय खत्म हो जाता है।
खाद के लिए किसान महिला, पुरूष, पहले मेरा नम्बर पहले मेरा आने के चक्कर में आपस में हीं लड़ बैठते हैं।
साथ हीं किसानों ने ये भी बताया की बिस्कोमान में इतनी लंबी लाइन की कतार आज कई दिनों से चल रहा है।
यहाँ पर आधार कार्ड लेकर खाद देने की मशीन एक हीं लगी हुई है।
अगर आधार कार्ड वाली मशीन एक से ज्यादा लग जाती स्टाप मशीन को बढ़ा दिया जाता तो प्रतिदिन किसानों की इतनी लंबी लम्बी कतार नहीं लगती।
किसानों को सुविधा भी मिलती।
इस कंपकपाती ठंढ़ में घर बार,बाल बच्चों,को छोड़कर महिला एवं पुरुषों को रात गुजारने पर मजबूर ना होना पड़ता।
जिस किसान के आगे हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी बात मानने को तैयार हो गए।
जिस किसान से पूरी दुनियां चलती है।
जो किसान सभी मनुष्यों का पेट भड़ता है।
उस किसान की ये स्थिति बनी हुई है।
उस किसानों को आज ये दिन देखना पड़ रहा है।
क्योंकि हम सभी मनुष्य रुपए जितना भी कमा लें।
लेकिन पेट तो आनाज से हीं भड़ेगा।
रुपए तो नहीं खाए जाएँगे।
अब देखना लाजमी होगा की सुशासन बाबू के राज में किसान कब खाद के लिए लाइन में लम्बी कतार लगती रहेगी।
कब तक इस कंपकपाती ठंढ़ में किसान रात गुजारने को मजबूर होते रहेंगे।

बाईट:-महिला,किसान।
बाईट:-पुरुष, किसान।

anupam

Related Articles

Back to top button
आवाज इंडिया लाइव से जुड़ने के लिए संपर्क करें आप हमें फेसबुक टि्वटर व्हाट्सएप पर भी मैसेज कर सकते हैं हमारा व्हाट्सएप नंबर है +91 82997 52099
All Rights Reserved @ 2022. Aawaj india live.com