सहारनपुर में कथित पत्रकारों की फौज सट्टा खाईबाड़ी के कारोबार में लिप्त
सहारनपुर में कथित पत्रकारों की फौज सट्टा खाईबाड़ी के कारोबार में लिप्त

👉 *सहारनपुर में कथित पत्रकारों की फौज सट्टा खाईबाड़ी के कारोबार में लिप्त*
👉 *क्या पुलिस कथित पत्रकारों की फ़ौज पर करेगी कार्यवाही या प्यादे को बलि का बकरा बना मामले को दबा दिया जाएगा थाना मंडी क्षेत्र के खाताखेड़ी का मामला*
👉 *सहारनपुर उत्तर प्रदेश*
सहारनपुर में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता को कुछ व्यक्तियों द्वारा इस कदर बदनाम किया जा रहा हैं। थाना मंडी, जनकपुरी सहित देहात कोतवाली क्षेत्र के आधा दर्जन लोगों द्वारा थाना मंडी क्षेत्र के खाताखेड़ी में धड़ल्ले से सट्टा कारोबार चलाया जा रहा हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाना मंडी क्षेत्र में आधा दर्जन युवक जो अपने आप को पत्रकार बताकर लोगो पर रोब गालिब करते हैं। थाना मंडी क्षेत्र के मंडी समिति रोड़ पर गिरोह द्वारा एक किराए पर दुकान भी ले रखी हैं। कथित पत्रकारों की फौज ने खाताखेड़ी निवासी एक युवक पानी की टंकी के पास खड़ा कर रखा हैं,जो सट्टा के नबर लिखकर पैसे वसूलते है। थाना मंडी क्षेत्र में धड़ल्ले से आधा दर्जन युवक जो अपने आप को पत्रकार दर्शा कर चौकी/थाना में बैठे रहते हैं। युवकों द्वारा किसके संरक्षण में खाईबाड़ी का कार्य कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक कथित पत्रकारों द्वारा दिहाड़ी पर एक युवक को सट्टा की पर्ची पकड़ने के लिए रखा हैं।खाताखेड़ी निवासी युवक द्वारा सट्टा कारोबार के पैसे कथित पत्रकारों की फ़ौज को दिए जाते है। जबकि थाना जनकपुरी क्षेत्र के दुधली निवासी युवक के जीजा माहीपुरा निवासी मुन्ना के पास पहुंचते हैं, जिसके संपर्क दिल्ली निवासी सट्टा किंग से बताए जाते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक रोज लाखो रुपए का सट्टा चल रहा हैं। कथित पत्रकारों की फौज द्वारा प्रॉफिट के पैसे की बंदरबांट कर मौज कर रहे हैं। कथित पत्रकारों की फौज द्वारा थाना मंडी क्षेत्र में धड़ल्ले से सट्टा कारोबार को किसके संरक्षण में संचालित किया जा रहा हैं। सूत्र के अनुसार खाताखेड़ी निवासी युवक का मोबाइल नंबर चेक किया जाए तो कथित पत्रकारों की फौज का भंडाफोड़ हो जायेगा। पूरा मामला थाना मंडी पुलिस सहित चौकी के संज्ञान में भी बताया जा रहा हैं। कथित पत्रकारों की फ़ौज द्वारा क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध सट्टा कारोबार किसके संरक्षण में चल रहा हैं कौन कौन व्यक्ति शामिल हैं जो अपने आप को पत्रकार बताकर अवैध कार्य कर रहे हैं, क्या पुलिस प्रशासन द्वारा मामले का संज्ञान लेकर कथित पत्रकारों की फौज पर कार्यवाही करेगी या सिर्फ एक प्यादे पर कार्यवाही कर मामले को रफा दफा किया जाएगा…?
(पूर्ण खबर सूत्रों के हवाले से)
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