बांदा पत्रकारों को मिली आजादी,फूल मालाओं से किया गया भव्य स्वागत
पत्रकारों को मिली आजादी,फूल मालाओं से किया गया भव्य स्वागत

योगेंद्र प्रताप सिंह ब्यूरो चीफ
उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा में विगत दिनों पत्रकारों का काफी बड़ा मामला प्रकाश में आया था जिससे पत्रकारों में काफी ज्यादा आक्रोश था। वहीं अगर बात करे पत्रकारों के बाहर आने की तो जिन पत्रकारों को पुलिस प्रशासन द्वारा जेल में डाला गया था उन सभी को शुक्रवार 21 अक्टूबर की सुबह रिहा कर दिया गया है। सात पत्रकारों की रिहाई होने से खिले अन्य साथी पत्रकारों के चेहरे, सभी के मन में छाई खुशी की लहर।आपको बताते चले कि जब सात पत्रकारों को रिहा किया गया तब वहां पर अन्य साथी पत्रकारों द्वारा ढोल बजाकर अपनी खुशी जाहिर की गई और पत्रकारों का सम्मान करते हुए अन्य साथियों द्वारा फूल माला पहनाकर उन सभी लोगो का स्वागत किया गया। इसके उपरांत उन सभी का हाल चाल जाना गया और सभी पत्रकारों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। स्वागत कार्यक्रम के पश्चात सभी लोग पुनः ढोल गाजे बाजे के साथ अशोक लाट परिसर पर पहुंचे। जहां पर उन सभी का स्वागत किया गया। इस मौके पर जोर जोर से पत्रकार एकता जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए।आपको बताते चले कि इस मामले के अंतर्गत पूरा मामला बांदा जनपद के नरैनी क्षेत्र अंतर्गत लहुरेटा खदान का है जहां पर कवरेज करने गए सात पत्रकारों को क्षेत्राधिकारी नरैनी नितिन कुमार के द्वारा जेल में डालने का कार्य किया गया था। जिसके अंतर्गत आज 21 अक्टूबर दिन शुक्रवार को सभी पत्रकारों को रिहा किया गया। अशोक लाट परिसर में पहुंचने के पश्चात जब रिहा हुए पत्रकारों से बातचीत के दौरान जानकारी ली गई तो पत्रकारों ने बताया कि यह मामला कुछ ऐसा है कि जब यह घटना हुई तब हम लोगो को जानकारी प्राप्त हुई थी की नरैनी क्षेत्र के पास काफी बड़ा जाम लगा हुआ था जहां पर कोई प्रशासन का व्यक्ति नही था जिसके अंतर्गत हम सातों लोग उस जगह पर पहुंचकर वहां का जायजा लिया और खबर कवरेज की। आगे पत्रकारों ने बताया कि हम लोगो ने मौके पर पहुंचकर तुरंत ही क्षेत्राधिकारी को सूचना देनी चाही लेकिन किसी कारण वश क्षेत्राधिकारी ने फोन नही उठाया और हम लोग क्षेत्राधिकारी के ऑफिस पहुंच कर जानकारी करनी चाही तो गार्ड द्वारा जानकारी दी गई कि साहब बाहर से आए हैं और अभी नही मिल सकते। लहुरेटा खदान क्षेत्र में घटिया प्रकार का कार्य भी किया जा रहा था जिसके संबंध में भी क्षेत्राधिकारी से मिलने गए थे लेकिन जैसे ही क्षेत्राधिकारी आए तो हम लोगो को ऑफिस में बिठाया गया और वहीं हम लोगों के फोन छीन लिए गए तथा हम सभी पत्रकारों की मारने पीटने का कार्य किया गया और बिना किसी वजह के ये सब क्षेत्राधिकारी द्वारा किया गया। वहीं आगे यह भी बताया गया कि बिना किसी जांच के खदान संचालक के साथ मिलकर हम लोगो को जबरन जेल भेजने का कार्य किया गया।
पत्रकारों ने अपनी आवाज उठाते हुए कहा कि जब तक ऐसा पुलिस प्रशासन रहेगा तब तक राम राज्य की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। वहीं जब पत्रकारों से उनकी मांगों को लेकर पूछा गया तो बताया गया कि हमारी मांगे हैं कि जिस तरह हम लोगो के ऊपर फर्जी मुकदमा लिखाया गया है और जेल भेजने का कार्य किया गया है , तो इस झूठे मुकदमे को वापिस लिया जाए। इस मौके पर जेल से रिहा हुए पत्रकारों ने अन्य सभी पत्रकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया। आपको बता दे कि जिन पत्रकारों को जेल भेजने का कार्य किया गया था उनमें से पूरन राय, अमोद कुमार, अविनाश चंद्र आर, पुरुषोत्तम, अमर सिंह, राजकुमार और राहुल द्विवेदी पत्रकार थे। आज 21 अक्टूबर को सभी को जेल से रिहा किया गया जिस कारण अन्य साथी अनशन कर रहे पत्रकारों को बहुत प्रशन्नता हुई और सभी ने उनका भव्य फूल मालाओं के द्वारा स्वागत किया।
Subscribe to my channel


