बांदा पवई गांव का हाल नरक जैसा,विकास को तरसे ग्रामीण
पवई गांव का हाल नरक जैसा,विकास को तरसे ग्रामीण
ब्यूरो चीफ योगेंद्र प्रताप सिंह
बिसंडा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत पवई गांव में विकास नदारत है।गांव की गलियां कीचड़ और गंदगी से भरी पड़ी हैं। रास्तों और सड़कों का बुरा हाल है। गांव में बरसाती पानी भरा है।गांव की तरफ कोई देखने वाला तक नहीं है। अफसरों ने गांव के विकास के लिए बड़े-बड़े दावे किए लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है।सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। ग्रामीणों में बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। लोगों को सड़क पर चलने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अब वो गंदगी में रहने के लिए मजबूर हो चुके हैं।ग्रामीण अजीत यादव ने बताया कि “हम सामान्य गांव वाले हैं। इस मुल्क में आम आदमी को कुछ भी आसानी से नहीं मिलता है। उसे संघर्ष करना पड़ता है।
यहां पर गांव की गलियों को साफ सुथरा रखने के लिए सफाई कर्मियों की तैनाती तो की गई लेकिन गांव की गलियों में जगह-जगह गंदगी व कीचड़ का अंबार लगा हुआ है। पवई में गंदगी व कीचड़ से बजबजाती गलियां सफाई व्यवस्था की पोल खोल रही है सफाई कर्मियों की ड्यूटी सचिव प्रमोद वर्मा व प्रधान की खुशामद तक ही सिमट कर रह जाती है। गांव की गलियों की साफ सफाई व्यवस्था बे पटरी हो चुकी है।गलियों में कीचड़ का अंबार लगा हुआ है।ग्रामीणो ने बताया कि सचिव प्रमोद वर्मा व ग्राम प्रधान द्वारा गांव के विकास की ओर ध्यान नहीं दिया जिससे अधिकांश यहां के मार्ग कच्चे व क्षतिग्रस्त पड़े हुए है।सफाई कर्मी पर साफ-सफाई को लेकर कोई दबाव नहीं डाला जाता।पवई निवासी ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से गांव में विकास कार्य करवाने की मांग की।