सहरसा बिहार प्राथमिक विधालय दमगढ़ी में प्रधानाध्यापक ने बच्चों को एमडीएम के बदले सूखा चुरा खिलाते हैं
प्राथमिक विधालय दमगढ़ी में प्रधानाध्यापक ने बच्चों को एमडीएम के बदले सूखा चुरा खिलाते हैं

रिर्पोट -: ललन कुमार सहरसा बिहार
एकंर -: मामला बिहार के सहरसा जिले के सौरबाजार प्रखंड अंतर्गत नादो पंचायत स्थित प्राथमिक विधालय दमगढ़ी गांव का है। इन दिनों प्रखंड क्षेत्र के कई सरकारी विधालयों में एमडीएम के बदले बच्चों को सूखा चुरा व दालमोट खिलाने का मामला सामने आया है। बता दें कि कुछ ग्रामीणों की शिकायत पर बीते गुरुवार को एक मीडिया के लोगों ने जब दोपहर करीब 1 बजे विद्यालय प्रवेश किया,तो बच्चों के प्लेट में सुखा चुरा और दालमोट पाया गया। जब बच्चों से एमडीएम के बारे में जानकारी ली गई तो बच्चों ने बताया कि चार दिनों से प्रधानाध्यापक अनिल साह के द्वारा सूखा चुरा व दालमोट खिलाया जा रहा है। इस विद्यालय में मीनूू चार्ट के अनुसार कभी भी मध्यान भोजन नहीं खिलाया गया है। अंडा और फल कभी मिला ही नहीं, सुुखा चुरा और दालमोट का वीडियो सोशल मीडियाा पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस संबंध में प्रधानाध्यापक अनिल साह ने बताया कि विधालय में एक रसोइया हैं उनका भी दो दिनों से तबियत खराब हैं, जिसको लेकर एमडीएम के बदले बच्चों को सूखा चुरा व दालमोट खिला रहा हूँ।
इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि हमें जानकारी नहीं है, बच्चों से खिलबाड़ करने वाले शिक्षक पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वही एमडीएम बीआरपी राजीव ने बताया कि प्रधानाध्यापक अनिल साह के द्वारा बताया जा रहा है कि एमडीएम चालू है सिर्फ रसोईया की तबीयत खराब हो जाने से दो दिन सूखा चुरा व दालमोट बच्चों को खिलाया गया है। इधर ग्रामीणों में विद्यालय के प्रधानाध्यापक के प्रति आक्रोश व्याप्त है ग्रामीणों का कहना है कि अगर शिक्षा विभाग के अधिकारी के द्वारा प्रधानाध्यापक पर इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो हम लोग शिक्षामंत्री से लेकर मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री को प्रधानाध्यापक के विरुद्ध हस्ताक्षर युक्त लेटर दूंगा। क्योंकि बच्चों के बीच प्रधानाध्यापक के द्वारा एमडीएम के भोजन में खिलवाड़ किया जा रहा है।
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