हरदोई किसानों की डीएपी खाद की किल्लत से विपरीत हैं सरकारी आंकड़े

अनूप कटियार हरदोई रिपोर्ट
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जिले में लगभग 5400 मैट्रिक टन डीएपी उपलब्ध: जिला कृषि अधिकारी
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*#हरदोई।* जिले में किसान भले ही डीएपी के लिए मसक्कत कर रहे हों पर सरकारी आंकड़ा किसानों की मुसीबत से विपरीत है। जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार का दावा है कि वर्तमान में जनपद में लगभग 5400 मैट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है, और किसानों को कोई समस्या नही है।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के प्रयास से हरदोई के लिए इफको में एक रैक डीएपी और एनपीके निकल चुकी है, जिसमें डीएपी की मात्रा 1620 मैट्रिक टन और एनपीके की मात्रा 1559 मैट्रिक टन रहेगी। उन्होने बताया है कि निजी क्षेत्र में आईपीएल कम्पनी से 1300 मैट्रिक टन डीएपी का आवंटन मिला है, जो साप्ताहांत तक जनपद में उपलब्ध हो जायेगी। इसी प्रकार भविष्य में भी लगातार उर्वरक की आपूर्ति होती रहेगी।
किसान भाईयो को डीएपी के लिए चिन्तित होने की आवश्यकता नही है। उन्होने बताया कि जिन खेतो में जिप्सम का प्रयोग नही हुआ है उनमें डीएपी के स्थान पर एनपीके प्रयोग को वरीयता दे, क्योकि डीएपी में मात्रा नाइट्रोजन और फास्फोरस होता है, जबकि एनपीके अधिक संतुलित होते है, इनमें नाइट्रोजन, फास्फोरस के साथ साथ पोटाश और सल्फर भी होते है। जो क्रमशः आलू और सरसों के उत्पादन में अधिक सहायक होते है। एवं अपनी खेती में रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुन्ध प्रयोग न कर संतुलित उर्वरकों का ही प्रयोग करे जो मृदा एवं उत्पादन दोनो के लिये हितकर है।
*रिपोर्ट: **आवाज इण्डिया लाइव अनूप कटियार**
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