स्कूल के बच्चे और ग्रामीणों का आरोप बच्चों को नही मिलती है मीनू के मुताबिक खाना
स्कूल के बच्चे और ग्रामीणों का आरोप बच्चों को नही मिलती है मीनू के मुताबिक खाना
*संवाददाता :-* विकास कुमार सहरसा (बिहार)।
*स्टोरी :-* स्कूल के बच्चे और ग्रामीणों का आरोप बच्चों को नही मिलती है मीनू के मुताबिक खाना। फल तो कभी मिला ही नहीं। दो संडे से अंडा भी नहीं मिल रहा।
*एंकर :-* खबर बिहार के सहरसा जिले से आ रही है जहाँ सलखुआ प्रखंड अंतर्गत कन्या प्राथमिक मकतब हरेबा के स्कूल में बच्चों को मीनू के मुताबिक खाना नहीं मिलता है।न ही डेक्स बैंच है ।नीचे में फर्स पर दरी बिछाकर बच्चे सब पढ़ने को मजबूर है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे और ग्रामीणों ने स्कूल प्रशासन के विरुद्ध खुलकर मीडिया के सामने स्कूल का पोल पट्टी खोल रहा है।जब ग्रामीणों के द्वारा स्कूल के प्रधान को बोला जाता है कुव्यवस्था को लेकर वो आग बगुला हो जाते और कहते हैं जहाँ कंप्लेन करना है कर दो।
वहीं मोहम्मद इमरान की माने तो मीनू के मुताबिक हमलोगों को खाना नहीं मिलता है।वहीं 1 क्लास में पढ़ने वाले बच्चे ने बताया कि खाना में आलू ,सोयबिम,चना,खिचड़ी मिलता है ,फल नहीं मिलता है साथ ही साथ दो दिनों से अंडा भी नहीं मिल रहा खाने के लिए।वहीं ग्रमीण मोहम्मद जाबेद ने बताया कि इस स्कूल के प्रिंसिपल मोहम्मद माहिर है जो कभी बच्चे सब को मिड डे मील के मीनू के हिसाब से खाना देता है।दो रविवार से अंडा नहीं दिया जीवन में कभी बच्चे को फल नहीं दिया।बीते मंगलवार को आधा किलो सोयाबिम पांच किलो आलू में बनाकर बच्चे को खिलाया।साथ ही साथ जितना बच्चा का रजिस्टर में नामांकित है और स्कूल में जितना बच्चा आता है उससे अधिक बनाकर विभाग को भेजता है लिस्ट।जब हमलोग इसका विरोध करते हैं तो स्कूल के प्रिंसिपल बोलते है मेरा कोई कुछ बिगाड़ नहीं सकता है।हम बी ओ को 1500 रुपया देकर मैनेज करके चलते हैं।
वहीं स्कूल के प्रिंसिपल मोहम्मद माहिर अली की माने तो ये बिल्कुल बेबुनियाद बात है।ऐसी कोई बात नहीं है।राजनीतिक साजिश के तहत ये आरोप लगा रहा है,ये आरोप बिल्कुल निराधार है।विभाग मेरे स्कूल की जांच कर देख लें। उन्होंने ये भी कहा कि मात्र एक रोज बच्चे को अंडा नहीं दे पाए थे क्योंकि उस दिन परीक्षा चल रही थी।बाद बांकी सब दिन मीनू के मुताबिक बच्चे सब को खाना खिलाया जाता है।