रिहाई पर बोले आनंद मोहन-सब सरकार के हाथ में..संकेत पॉजिटिव। बेटे चेतन की सगाई के लिए मिली 15 दिन की पैरोल सबसे पहले मां से मिले।
रिहाई पर बोले आनंद मोहन-सब सरकार के हाथ में..संकेत पॉजिटिव। बेटे चेतन की सगाई के लिए मिली 15 दिन की पैरोल सबसे पहले मां से मिले।

*संवाददाता :-* विकास कुमार सहरसा (बिहार)।
*स्टोरी :-* रिहाई पर बोले आनंद मोहन-सब सरकार के हाथ में..संकेत पॉजिटिव। बेटे चेतन की सगाई के लिए मिली 15 दिन की पैरोल सबसे पहले मां से मिले।
*एंकर :-* बिहार के सहरसा जिले से बरी खबर सामने निकल कर आ रही है जहां आज सोमवार 10 अप्रैल को 6महीने में तीसरी बार पेरोल पर पूर्व सांसद आनंद मोहन मंडल कारा सहरसा से बाहर आये।बेटे राजद विधायक चेतन आनंद की सगाई को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन को 15 दिनों का पेरोल मिला है।बेटे राजद विधायक चेतन आंनद का उपनयन 16 अप्रैल को है और सगाई 24 अप्रैल को है।और शादी 3 मई को देहरादून में होने को है।इसी को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन को 15 दिनों का पेरोल मिला है।पेरोल मिलते ही जेल से बाहर आने के बाद पूर्व सांसद आनंद मोहन सबसे पहले अपनी बीमार माँ का हाल चाल जानने निजी क्लिनिक गए उसके बाद अपने निज आवास पर गए।जहां उन्होंने अपने कार्यकर्ता से मिले।
मालूम हो कि पूर्व सांसद आनंद मोहन को विगत 6 महीने के अंदर तीन बार पेरोल मिला है।पहला पेरोल बेटी एडवोकेट सुरभि आनंद की सगाई को लेकर 5 नवंबर को मिला था।जो सगाई 7 नवम्बर को थी।और पुनः 21 नवंबर को पेरोल खत्म होते ही वो मंडल कारा सहरसा जेल चले गए।दूसरा पेरोल 5 फरवरी को मिला था बेटी एडवोकेट सुरभि आनंद की शादी को लेकर जो शादी 15 फरवरी को थी।उसके बाद फिर 21 फरवरी को पेरोल खत्म होते ही 21 फरवरी को मंडल कारा जेल चले गए।उसके बाद तीसरा पेरोल बेटे की सगाई को लेकर आज 10 अप्रैल सोमवार को 15 दिनों का पेरोल मिला है।
जेल से बाहर आये पूर्व सांसद आनंद मोहन ने आज सोमवार को मीडिया से वार्तालाप के दौरान बताया कि बेटे चेतन आनंद की सगाई को लेकर 15 दिनों का पेरोल मिला है।बेटे का उपनयन है 16 अप्रैल को देहरादून में और 24 अप्रैल को सगाई है पटना में।इसी दोनो कार्यक्रम को लेकर 15 दिनों का पेरोल मिला है।आगे शादी भी है 3 मई को।अब देखिए आगे क्या होता है
वहीं मीडिया ने स्थायी रिहाई को लेकर भी सवाल किया तो उन्होंने बताया कि मेरी समझ से ठीक रहना चाहिए।वो समय भी आना चाहिए। जब मीडिया ने दोबारा फिर सवाल किया कब तक स्थायी रिहाई की उमीद है तो उन्होंने बताया कि इसका तो मैं जबाब नहीं दे सकता।वैसे मैं समझ रहा हूँ कि समर्थकों में बेचैनी है वाजिब है।उन्होंने ये भी कहा कि लंबे समय से लोग इंतजार कर रहे हैं।लेकिन ये तो मेरी बस की बात नहीं है।ये तो सरकार फैसला करेगा,जो स्थिति सकारात्मक दिख रही है,आगे देखिए क्या होता है।
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