बांदा ग्राम पंचायत माटा में अन्ना मवेशियों के आतंक से परेशान किसान,बर्बाद हो रही फसलें
ग्राम पंचायत माटा में अन्ना मवेशियों के आतंक से परेशान किसान,बर्बाद हो रही फसलें
बांदा
योगेंद्र प्रताप सिंह ब्यूरो चीफ
बांदा जनपद के तिंदवारी विकास खण्ड की ग्राम पंचायत माटा में गौशाला की दुर्दशा देखकर खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि माटा ग्राम प्रधान अन्ना मवेशियों को लेकर कितना संवेदन शील है ।अभी लगभग एक सप्ताह पहले मंत्री राकेश सचान का इस विकास खण्ड में आगमन हुआ था।
जिसमे तिंदवारी विकास खण्ड सहित जिले के सभी अधिकारियों ने आनन फानन में तिंदवारी की कान्हा पशु आश्रय को दुरुस्त कर सड़को पर घूम रहे गौ वंश को बंद कर उनकी चरहि में भूसा आदि डाल कर मंत्री के सामने आल इज वेल होने दिखावा किया गया था। मंत्री जी के जाने के दूसरे दिन से फिर से सभी पशु सड़को पर दिखने लगे।
तिंदवारी से माटा ग्राम पंचायत की दूरी लगभग सात आठ किलो मीटर है और माटा का पशु आश्रय स्थल मेन रोड से सटा हुआ होने के बाद भी इसकी इतनी बत्तर दशा देखकर आप खुद अंदाजा लगाए की माटा ग्राम प्रधान कितने संवेदन शील है।
जब ग्रामीणों से अन्ना पशुओं से खेती को होने वाले नुकसान पर बात की गई तो ग्राम प्रधान ने कई महीनो से बजट न आने की बात बताई। उनके द्वारा बताया गया कि
सुबह चरने के पशु छोड़े जाते हैं और शाम को बंद कर दिया जाता है।जबकि ग्रामीणों ने बताया कि गौ शाला में पशुओं को बंद ही नहीं किया जा रहा जिसके कारण अन्ना मवेशी उनकी फसल बर्बाद कर रहे है।