फिरोजाबाद विद्युत विभाग मकान स्वामी की लिखित आपत्ति के बाद भी कनेक्शन देने के लिए मेहरबान
विद्युत विभाग मकान स्वामी की लिखित आपत्ति के बाद भी कनेक्शन देने के लिए मेहरबान
फिरोजाबाद
नेहा गौतम रिपोर्ट
विद्युत विभाग मकान स्वामी की लिखित आपत्ति के बाद भी कनेक्शन देने के लिए मेहरबान है।
आपको बताते चलें श्रीमती उमा देवी पत्नी स्वर्गीय सीआरडी सगर जोकि जेलर के पद से रिटायर हुए थे उनका एक मकान लाइनपार नगला रामकिशन टूंडला में है जहां पर विद्युत का प्रयोग ना होने के कारण श्रीमती उमा देवी ने अपने मकान का विद्युत कनेक्शन अगस्त 2021 में पीडीसी करा दिया था उक्त मकान की रजिस्ट्री श्रीमती उमा देवी के नाम है उनका एक कलयुगी पुत्र अजीत सिंह और पुत्र वधू रश्मि उस मकान में जबरन रह रहे हैं जबकि इन दोनों के असामाजिक कार्य व्यवहार, अभद्र व्यवहार करने आए दिन लड़ाई झगड़ा आदि करने के कारण ही दुखी होकर स्वर्गीय श्री आरडी सगर व उनकी पत्नी श्रीमती उमा देवी ने सन 2008 में उनको अपनी चल अचल संपत्ति से लिखित में बेदखल कर दिया है जब प्रार्थीया टूंडला स्थित अपने मकान व सामान की देखभाल करने आती है तो उक्त दोनों पति-पत्नी अंदर से कुंडी नहीं खुलते हैं और गाली गलौज के साथ ही मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं जिससे कि प्रार्थीया को मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान होना पड़ता है। उक्त मकान पर लगभग 1 वर्ष से सिविल कोर्ट में मुकदमा भी चल रहा है । श्रीमती उमा देवी का कहना है कि उक्त दोनों मकान में चोरी से दो दो हीटर जलाते हैं पूर्व में भी उक्त लोगों ने बिजली का बिल जमा नहीं किया था तब हार कर मुझे बिजली बिल जमा करना पड़ा था और मैंने विद्युत कनेक्शन पीडीसी करा दिया। इससे पहले भी उक्त दोनों लोगों ने छल प्रपंच व जालसाजी कर उक्त मकान पर विद्युत कनेक्शन लेने का प्रयास किया था जो कि मैंने शिकायत कर रुकवाया, उक्त दोनों मेरे निजी मकान पर विद्युत कनेक्शन मेरी बिना मर्जी के कनेक्शन लेने का प्रयास कर रहे हैं जबकि में एमडी महोदय दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम आगरा, एक्सईएन महोदय , एसडीओ महोदय टूंडला को नोटरी के शपथ पत्र के माध्यम से अवगत करा चुकी हूं कि मेरी बिना मर्जी के किसी भी प्रकार का स्थाई/ अस्थाई कोई भी कनेक्शन न दिया जाए फिर भी विद्युत विभाग मेरे मकान पर विद्युत कनेक्शन करने के लिए आमादा है आखिर क्यों मैं अपने उक्त मकान पर विद्युत कनेक्शन कदापि नहीं कराना चाहती हूं ,यदि मेरी बिना मर्जी के विद्युत कनेक्शन दिया जाता है तो मुझे मजबूरन सक्षम न्यायालय की शरण में जाना पड़ेगा जिसके लिए विद्युत विभाग के कर्मचारी व अधिकारी पूर्ण रूप से जिम्मेदार
होंगे।