गढवा कांडी मझिगावॉ पंचायत में प्रधानमंत्री आवास मे हेराफेरी का मामला को कांडी प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा जांच किया गया
झारखंड गढ़वा से दयानंद यादव की रिपोर्ट।
कांडी तीन सितंबर को मिडिया के माध्यम से मझिगावां पंचायत के कलावती कुंवर के आवास के मामले को बड़ी प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर के आलोक में गढ़वा उपायुक्त के आदेशानुसार रविवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी कांडी मनोज तिवारी के द्वारा कलावती कुंवर के आवास नही मिलने पर उसकी बड़ी पुत्री सुजंती कुमारी के पास जाकर मामले की जांच किया गया। जांच में यह पाया गया कि यह मामला 2016 – 2017 की वर्ष में सुकन रजवार के नाम से रजिस्ट्रेशन हुआ था। सुकन रजवार का सारा ऑनलाइन रिकॉर्ड दिखा रहा है, जो पैसा भेजा गया वह तेतरी देवी पति बिरझु रजवार को भेजा गया जो कि भारी लापरवाही हुआ है जिसमे यह जानकारी मिला है कि तत्कालीन वार्ड सदस्य का पुत्र बीरबल यादव और भवनाथपुर के तत्कालीन पंचायत सचिव के द्वारा इतनी बड़ी त्रुटि है जो कि बहुत बड़ी त्रुटि है जब रजिस्ट्रेशन सुकन रजवार के नाम से हुआ तो उसकी पत्नी के खाते में पैसा जाना चाहिए था उस वक्त भवनाथपुर प्रखंड से रजिस्ट्रेशन हुआ था , आगे भवनाथपुर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से रिपोर्ट मंगा गया है। पूरी जांच उपयुक्त को शौप दिया जाएगा। उक्त खबर को आजाद सिपाही के द्वारा मामला को प्रमुखता से प्रकशित किया गया था। ज्ञात हो कि कांडी प्रखंड क्षेत्र के चौबे मझिगावां गांव मे सत्र 2016-17 ई. मे प्रधानमंत्री आवास निर्माण मे बिचौलियों के द्वारा हेराफेरी कर उस सूची मे बिना सम्मिलित नामवाले लाभूक को अवास पूर्ण कराने का मामला प्रकाश मे आया है । जानकारी के अनुसार चौबे मझिगावां गांव के असनाखाड टोले पर तेतरी देवी पति बिरझू रजवार के नाम पर पंचायत के आवंटीत सूची मे तेतरी देवी का नाम नही होने के बावजूद भी तत्कालीन भवनाथपुर प्रखंड कर्मी व वर्तमान कांडी प्रखंड कर्मी व चौबे मझिगावां पंचायत से संबंधित कर्मी व मुखिया के कालेकारनामो के तहत टोला असनाखाड निवासी तेतरी देवी को ग्रामीण क्षेत्रो मे सरकारी स्तर से मिलने वाले1,50,000 रू. की राशि को देकर आवास की पूर्ण रूप से राशि को निर्गत कर बेहिचक तरह से आवास को जमीनी स्तर पर पूर्ण भी कराया गया तथा अवास पूर्ण होने की सूची को नेट के माध्यम से अपलोड भी कर दिया गया था।मौके पर स्वयं सेवक अरविंद कुमार व युवा समाजसेवी जितेंद्र चौबे मौजूद थे।