पाकुड: अपने स्थाईकरण के मांग को लेकर पारा शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

पाकुड़ से राजकुमार भगत की रिपोर्ट
पाकुड़ ।प्रशिक्षित पारा शिक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में अपना आंदोलन तेज कर दी है।पारा शिक्षकों ने स्थायीकरण मांग करते हुए समस्त सुविधा उपलब्ध कराने हेतु गुरुवार को विधायक सह-संसदीय एवं ग्रामीण विकास मंत्री झारखंड सरकार के माध्यम से पाकुर स्थित कार्यालय कक्ष में मुख्यमंत्री के नाम प्रखंड अध्यक्ष इब्राहिम आलम के के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौंपा। आवेदन में पारा शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि झारखंड में कार्यरत लगभग 65000 पारा शिक्षकों में स्थायीकरण के सभी मानकों को पूरा करते हैं तथा लगभग 20 वर्षों से अधिक का सेवाकालीन कार्य का अनुभव है। बिहार से झारखंड बनने के बाद राज्य में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में शिक्षा स्तर काफी सुधार हुआ है । इसका सारा श्रेय पारा शिक्षकों को जाता है। अन्य राज्यों की अपेक्षा झारखंड के पारा शिक्षकों की हालत बहुत ही दयनीय है ।कुंठित राजनीति के शिकार पारा शिक्षक अपने आगे बढ़ने का अवसर गवा चुके हैं ।अब पीछे नहीं हट सकते।अल्प मानदेय भोगी पारा शिक्षकों का हालात नाजुक है। सरकारी उपेक्षा के शिकार पारा शिक्षक गंभीर बीमारी से लगातार मर रहे हैं। झारखंड की सरकार यदि पारा शिक्षकों के कल्याणर्थ संवेदनशील होती है तो आर्थिक रूप से शिक्षक समृद्ध होते। विभिन्न राज्यों बिहार व छत्तीसगढ़ के समान झारखंड में भी न्यूनतम 24000 हजार मासिक परिश्रमिक से अधिक राशि प्राप्त कर रहा होता । पारा शिक्षकों ने सरकार से मांग की है की उनकी समस्याओं का शीघ्र निवारण किया जाए ताकि वह बिना किसी तनाव के छात्रों को शिक्षा दे सके
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