फिरोजाबाद जनपद न्यायालय में संविधान दिवस पर आयोजित हुई विचार गोष्ठी
जनपद न्यायालय में संविधान दिवस पर आयोजित हुई विचार गोष्ठी

फिरोजाबाद: जनपद न्यायालय में संविधान दिवस पर आयोजित हुई विचार गोष्ठी
फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अनुपालन में जनपद न्यायाधीश, अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार शनिवार को जनपद न्यायालय में संविधान दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्रभारी जनपद न्यायाधीश, अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उपस्थित समस्त न्यायिक अधिकारीगण, कर्मचारीगण, अधिवक्तागण एवं पैरा विधिक स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए कहा गया कि भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। जो कि लचीला और कठोर भी है। भारत का संविधान 19 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ था। 15 अक्टूबर 2015 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान के निर्माता भीमराव अंबेडकर की जयंती पर इस बात की घोषणा की कि भारत में अब 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाएगा। तब से संविधान दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई। जो आज तक कायम है और आगे भी रहेगी।
प्राधिकरण की सचिव मिनाक्षी सिन्हा द्वारा संविधान के बारे में बताया गया कि 200 सालों तक अंग्रेजी शासन का कार्यकाल खत्म होने के बाद भारत को एक ऐसे कानून की जरूरत थी, जो देश में रहने वाले लोग, विभिन्न धर्मों के बीच एक समानता और एकता दिला सके। इस अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का पाठ एवं शपथ का समारोह भी कराया गया। कार्यक्रम का संचालन मिनाक्षी सिन्हा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फिरोजाबाद के द्वारा किया गया।
फिरोजाबाद से अरविंद कुमार श्रीवास्तव की रिपोर्ट
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