त्रिवेणी गंज सुपौल : S.K RAJ का इतिहास

रिपोर्टर:- आलोक बादल त्रिवेणीगंज (सुपौल)

एंकर:- दोस्तों यह कहानी आप लोगों के सामने एक ऐसे व्यक्ति की कहानी सुनाना चाहता हूं। जो 12 दिसंबर 2017 से पहले राजमिस्त्री का काम करता था।
प्रिय दर्शकों यह एक कहानी एक ऐसे राजमिस्त्री की है। जो आज से लगभग 3 साल पहले पटना के लेबर चौक पर खड़ा होते थे। और काम की तलाश करते थे। जिस दिन काम नहीं मिलता था। उस दिन वह रिक्शा चलाते थे।
उन्होंने 12 दिसंबर 2017 इसवी को मोदी केयर का सफर स्टार्ट किया आज वह एक लाख रुपया प्रतिमाह कमा रहे हैं। और एक बार दुबई यात्रा भी कर चुका है।
और उन्होंने एक कार भी मोदी केयर से गिफ्ट लिया।
प्लस उन्होंने तीन लोगों को भी अभी तक में कार दिलवा चुका है। उसका सपना है। एक सौ लोगों को एक लाख पर ले जाना और कार दिलवाना सपना है। अगर किसी को साथ चाहिए तो S.K RAJ के उंगली पकड़कर और देश के बेरोजगारी को दूर करने में अहम हिस्सा ले S.K RAJ ने कहा कि परिंदों की नहीं दी जाती तालीम उड़ानों की वह खुद ही तय करते हैं। मंजिल आसमानों की जो रखता है। हौसला आसमान को छूने की उसको परवाह नहीं होती गिर जाने की। और S.K RAJ ने यह भी बताया कि जीवन एक संघर्ष है। गिर के संभलना संभल कर चलना चलकर नया इतिहास रच देने की नाम जवानी है। जवानी किसी के दर पर भीख नहीं मांगती है। जवानी किसी के दर पर हाथ नहीं फैलाती है। लोहे के पिंजरे से भी छीन लेने की नाम जवानी है। इतिहास गवाह है। कि जिसका दिशा कभी नहीं चेंज हुआ उसका दशा कभी नहीं बदलता है। इसलिए सही दिशा में चलना बहुत जरूरी है। मैंने बहुत गरीबी से गुजरा इसलिए मेरा सोच है। मेरे सफल होने के बाद हजारों नहीं लाखों लोग सफल होंगे ताकि आने वाला समय में लाखो परिवारों की तस्वीर बदलेगी इस सफलता की वजह से क्या कुछ कह रहे है। S.K RAJ आइए हम सुनते हैं। उन्हीं की जुबानी । यही S.K RAJ का इतिहास है। जिसका घर बिहार के सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज अनुमंडल के अंतर्गत एक छोटा सा पंचायत गुड़िया में है।👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆👆
Subscribe to my channel



