सुपौल बिहार निजी अस्पताल के डॉक्टर ने महादलित महिला सहित बच्चे की ली जान
निजी अस्पताल के डॉक्टर ने महादलित महिला सहित बच्चे की ली जान

रिपोर्ट:-बलराम कुमार सुपौल बिहार।
एंकर:-मामला सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय मुख्यालय अंतर्गत डापरखा पंचायत के खट्टर चौक समीप निजी अस्पताल त्रिवेणीगंज सिटी क्लिनिक के डॉक्टर द्वारा महादलित महिला सहित बच्चे की जान लेने की है।
मृतक महादलित महिला के परिजनों ने बताया की हमलोग पिलवहा पंचायत के रहनेवाले हैं।
हमलोग अपने घर की महिला को लेकर डिलेवरी कराने अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज ले जा रहे थे।
की अचानक खट्टर चौक समीप त्रिवेणीगंज सिटी अस्पताल के कुछ लोग आए हमलोगों को बहला फुसलाकर सही सलामत डिलेवरी कराने की गारंटी देते हुए लेकर चले आए।
बाद निजी अस्पताल के अनट्रेंड डॉक्टर द्वारा रुपए की लालच में ऑपरेशन करवा कर दिया।
साथ हीं गलत सूई चला दिया।
जिससे जच्चा बच्चा सहित दोनों की जान चली गई।
वहीं निजी क्लिनिक के डॉक्टरों द्वारा इलाज के नाम पर डरा धमकाकर बाइस हजार रुपया भी ठग लिया।
साथ हीं लगातार देखा जा रहा है की आए दिन कुकुरमुत्ते की तरह निजी क्लिनिक खुलते जा रहे हैं।
वहीं निजी क्लिनिक खोलकर गरीब निसहाय को बहला फुसलाकर डरा धमकाकर शोषण करते रहते हैं।
वहीं मृतक के परीजनों ने ये भी बताया की जच्चा बच्चा की मौत हो जाने के बाद क्लिनिक छोड़कर सभी लोग फरार हो चुके हैं।
वहीं इंसाफ मांगने के लिए परिजन सहित ग्रामीण द्वारा -NH-327-ई सुपौल अररिया मुख्य सड़क मार्ग जाम कर दिया।
बाद सूचना मिलते हीं पुलिस प्रशासन द्वारा मृतक के परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाते हुए बड़ी मसकद के बाद सड़क जाम को हटाया गया।
अब देखना लाजमी होगा की सुशासन बाबू के राज में क्या ऐसे हीं कुकुरमुत्ते की तरह निजी क्लिनिक खुलते रहेंगे।
क्या ऐसे हीं निजी क्लिनिक खोलकर कानून को ताख पर रखकर गरीब निसहाय को बहला फुसलाकर ले जाकर रुपया ठगते रहेंगे।
क्या अपने फायदे के लिए गरीब निसहाय लोगों की जान जाती रहेगी।
आखिर प्रशासन मौन क्यों बैठी है।
जाँच कर कार्यवाही क्यों नहीं करती है।
बाईट:-मृतक के परिजन।
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