सहरसा बिहार लूट खसोट का अड्डा बन रहा आंगनवाड़ी केंद्र
लूट खसोट का अड्डा बन रहा आंगनवाड़ी केंद्र

रिर्पोट- ललन कुमार सहरसा बिहार
एंकर- बिहार के सहरसा जिला अन्तर्गत सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में इन दिनों आंगनवाड़ी केन्द्र के नाम पर घोटाला जारी है। हालात ये है कि आंगनवाड़ी केंद्रों की सेहत कागज पर बेहतर है।धरातल पर बेहद खस्ता है। जिसको लेकर कई स्थानीय लोग एवं जनप्रतिनिधी ने मौखिक रूप से बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को शिकायत की है। लेकिन पदाधिकारी के द्वारा पहल नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण गरीब बच्चों को मिलने वाले लाभ को आंगनवाड़ी महिला पर्यवेक्षिका एवं सेविका के मिलीभगत से लूट खसोट कर लिया जाता हैं। सरकार भले ही बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही हो, लेकिन सच्चाई यह है कि इसका लाभ गरीब व कुपोषण के शिकार बच्चों तक नहीं पहुंच पा रहा है। आंगनवाड़ी के नाम पर लूट का खेल जारी है। इसमें ऐसा नहीं है कि इसकी सच्चाई उपर तक के अधिकारियों – सरकार तक नहीं है,लेकिन लूट में सभी की बराबरी की हिस्सेदारी की चर्चाए आम बात है। आंगनवाड़ी केन्द्र की देख भाल के लिए बाल विकास परियोजना से जुड़े अधिकारियों कर्मियों एवं सेविका सहायिका के वेतन मानदेय पर सरकार करोड़ो खर्च कर रही हैं। लेकिन भ्रष्टाचार व्यवस्था को निगल रहा है। हालात ये है कि कई केंद्रों पर पानी पीने तक की भी सुविधा नहीं है तो कहीं पर बच्चों को बैठने के लिए दरी का भी व्यवस्था नहीं रहता है। जबकि बच्चों को बैठने एवं खाने के लिए विभाग की ओर से दरी और बर्तन दिया जाता है। लेकिन सेविका उस दिए गए सामान को अपने घर में यूज करती हैं । कई लोगों की शिकायत पर जब सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के सहुरिया पूर्वी पंचायत के केंद्र संख्या 62 दिन के 10 बजे तक बंद था, स्थानीय लोगों के पूछने पर बताया गया कि केंद्र सप्ताह में एक-दो दिन ही चलती है,बाकी दिन बंद ही रहा करती है। केंद्र संख्या 200 10:30 बजे तक सिर्फ 5 बच्चा केंद्र पर उपस्थित थे और सेविका अपने आंगन में थी, सहायिका बेड पर सोई हुई थी। आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 63 पर 4 बच्चे ही थे जिस को बैठने के लिए बिछावन भी नहीं दिया गया था। सेविका की उपस्थिति और बच्चों की उपस्थिति भी 2 दिन से उपस्थिति पंजी में नहीं बनी हुई थी वही मंगलवार को भी केंद्र संख्या 110 दिन के 10:30 बजे तक बंद देखा गया और उनके परिवार से जब जानकारी ली गई तो उनके परिवार के सदस्य ने बताया कि सेविका अनीता देवी मधेपुरा में रहा करती है। जिसको लेकर लोगों में आक्रोश देखने को मिला । महिला पर्यवेक्षिका सारिका रानी ने कहा कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी, हालांकि इस सबंध में सीडीपीओ विमला कुमारी ने कहा कि महिला पर्यवेक्षिका एवं सेविका के मिलीभगत से आंगनवाड़ी केन्द्र में लूट खसोट किया जा रहा है, दोनों को स्पष्टीकरण पूछी जा रही है, जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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