सुपौल विद्यालय के लिए जमीन दान देने के वर्षों बाद भी अबतक सरकार द्वारा निर्माण कार्य नहीं किया गया

रिपोर्ट:-बलराम कुमार सुपौल बिहार।
एंकर:-मामला सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय मुख्यालय अंतर्गत परसागढी दक्षिण पंचायत के हरिनाहा वार्ड नं0-09-स्थित आदिवासी आवासीय उच्च विद्यालय के लिए -1983-में करीब पाँच एकड़ जमीन राज्य सरकार को दान में दिए जाने के बाद भी सरकार द्वारा अबतक विद्यालय का निर्माण नहीं करने की है।
जनता ने बताया की आदिवासी आवासीय उच्च विद्यालय बनाने के लिए -1983-में हीं जमीन दाताओं ने राज्यपाल के नाम से करीब पाँच एकड़ जमीन दान में दिया था।
ताकि नजदीक में विद्यालय बने सभी बच्चों को शिक्षा मिल सके।
लेकिन दशक बीत जाने के बाद भी अबतक सरकार की नींद नहीं खुली।
जनता ने ये भी बताया की यहां से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर विद्यालय बना हुआ है।
जो यहां के बच्चों को दूरी तय कर जाना पड़ता है।
जिससे परेशानी के साथ साथ सड़क दुर्घटना का सम्भावना बनी रहती है।
वहीं जनता ने ये भी बताया की वर्षों पूर्व में शिक्षा मंत्री कर्मचंद भगत, के द्वारा आदिवासी उच्च विद्यालय का शिलान्यास भी किया था।
लेकिन सरकार द्वारा अबतक विद्यालय निर्माण के लिए कोई प्रक्रिया नहीं की गई।
एक तरफ सरकार विद्यालय के नाम पर करोड़ों अरबों खर्च करने का दावा करती है।
लेकिन धरातल पर तो कुछ और हीं देखने को मिल रहा है।
हालांकि की कुछ दिनों तक झोपड़ी बनाकर विद्यालय को चलाया भी गया।
लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण विद्यालय की झोपड़ी खत्म हो गई।
अब देखना लाजमी होगा की सुशासन बाबू की सरकार की नींद कब तक खुलती है।
कब तक इस विद्यालय का निर्माण किया जाता है।
या फिर ऐसे हीं विद्यालय के नाम पर करोड़ों अरबों खर्च करने का दावा फेल होती नजर आएगी।
वर्षों बीत जाने के बाद भी विद्यालय का निर्माण नहीं होने के कारण खाली जमीन को देखते हुए कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण करने की भी सोच रहे हैं।
बाईट:-ग्रामीण।
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