श्रीरामकथा के समापन दिवस पर मौजूद रही कैबिनेट मंत्री बेबीरानी ने भक्तिभाव के साथ सुनी कथा। देश विदेश के साधु संत रहे मौजूद, श्रीरामकथा महोत्सव में लगेगा संतो का समागम
श्रीरामकथा के समापन दिवस पर मौजूद रही कैबिनेट मंत्री बेबीरानी ने भक्तिभाव के साथ सुनी कथा। देश विदेश के साधु संत रहे मौजूद, श्रीरामकथा महोत्सव में लगेगा संतो का समागम
कोशीकला
शुक्रवार को कोटवन ब्रजभूषण मंदिर धर्मार्थ न्यास में श्रीरामकथा महोत्सव के नवमें दिन सुंदरकांड एवं श्रीराम राज्याभिषेक की कथा का वर्णन व्यास आचार्य पूज्य चिन्मयानंद बापू के द्वारा किया गया। इस मौके पर कथा का प्रारंभ देश विदेश के प्रख्यात, महामंडलेश्वर, साधु संतों ने श्रीरामचरितमानस की आरती उतार कर किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री, बेबी रानी मौर्य, ठाकुर जयवीर सिंह, चौधरी लक्ष्मी नारायण सहित विश्व जागृति मिशन के संस्थापक सुधांशु महाराज, अयोध्या के धर्मदास महाराज चतुर्थ संप्रदाय के महंत फूलडोल बिहारी जी महाराज निर्मोही अखाड़ा से गौरी शंकर दास महामंडलेश्वर ईश्वरदास, कुंवर नरेंद्र सिंह, कांग्रेस नेता उमेश पंडित, कुश्ती संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष कमल किशोर वासने, गोवर्धन विधायक मेघश्याम चौधरी सहित क्षेत्र के प्रमुख साधु संत, सहित हजारो की संख्या में श्रद्धालु कथा का श्रवण करने के दौरान कथा पांडाल में मौजूद रहे। जिन्होंने श्रीरामकथा के नवमें दिन बड़े ही भक्तिभाव, श्रीराम के रंग में सराबोर होकर श्रीरामकथा का रसपान किया। श्रीरामकथा के नवमे दिन व्यास पीठ पर विराजमान पूज्य चिन्मयानंद बापू ने सुंदरकांड एवं श्रीराम राज्यभिषेक की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि श्रीराम की लीला अपरंपार है। जिनके पदचिन्हों पर आज के समय के युवाओ को चलना चाहिए। सुंदरकांड में श्रीराम हनुमान लीला , रावण वध, विभीषण का राज्य अभिषेक, पुष्पकविमान के साथ अपने सगे संबधियों सहित, अयोध्या आगमन का बहुत भाव विभोर कर देने वाली लीला का वर्णन किया। ततपश्चात गोस्वामी तुलसीदास जी के द्वारा लिखी श्रीरामचरितमानस में अयोध्या में श्रीराम राज्याभिषेक का सार गर्वित भक्तिभाव से भरा हुआ, वर्णन करते हुए पांडाल में मौजूद लोगों को भावुक कर दिया। इस अवसर पर कथा के समापन करते हुए उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य चौधरी लक्ष्मी नारायण मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह गोवर्धन विधायक मेघ श्याम चौधरी, बृजभूषण मंदिर के महंत मोनी दास महाराज ने कथा का 9 दिन तक रसपान कराने वाले पूज्य चिन्मयानंद बापू का कॉल दुपट्टा माला एवं प्रभु राम का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। तत्पश्चात मंदिर के महंत मोनी दास महाराज ने पंडाल में मौजूद साधु संत सन्यासियों एवं क्षेत्र से आए हजारों श्रद्धालुओं को 4 फरवरी को संत समागम मैं आकर धर्म लाभ कमाने के लिए प्रेरित किया। ताकि लोग सनातन धर्म की संस्कृति को जागृत कर सकें। इस अवसर पर महंत मोनी दास महाराज ने दूरदराज से आए ख्याति प्राप्त देश-विदेश में सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने वाले साधु संतों का भक्ति भाव के साथ स्वागत सत्कार कर आशीर्वाद लिया।
फिरोजाबाद से अरविंद कुमार श्रीवास्तव की रिपोर्ट